जवा विकासखण्ड जिला रीवा : मानव जीवन पर भूआकारकीय प्रभाव का भौगोलिक अध्ययन
डाॅ0 शर्मिला देवी कोल
मानव प्रेरित भू-क्षरण दृष्याँश का क्षेत्रीय वितरण प्रतिरूप अनियंत्रित भूमि उपयोग, कृषि कार्यों में परिवर्तन, निर्माण कार्य एवं उत्खनन प्रभावित गाँवों में पाया गया है। ग्रामीण लोगों के द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में बेदिकाओं या कन्टुअरवहियों का निर्माण, खनन एवं उत्खनन कार्य, सड़क एवं भवन निर्माण, कृषि कार्य आदि क्रिया कलापों से भू-क्षरण दृष्याँश की दर में वृद्धि हुई है। इस प्रकार का प्रतिरूप टोन्स नदी के तटवर्ती भाग में स्थित गाँव जहाँ नदियों के किनारे वाले भागों में जुताई जलधारा के अनुप्रस्त रूप में की जाती है। इन गाँवों में मुख्य रूप से नगवाँ, सितलहा, गाढ़ा, जोन्हा, करौह आदि भू-क्षरण जनित पाये जाने वाले दृष्याँश के प्रमुख उदाहरण हैं।
डाॅ0 शर्मिला देवी कोल. जवा विकासखण्ड जिला रीवा : मानव जीवन पर भूआकारकीय प्रभाव का भौगोलिक अध्ययन. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 2, Issue 8, 2016, Pages 37-40