गाँव के युवा वर्ग में बढ़ती नशाखोरी : समस्या और समाधान
सनातन सिंह ओझा, बी0डी0एस0 गौतम
भारतीय समाज के लिए मादक पदार्थ का प्रयोग बहुत खतरनाक है। इसका प्रयोग केवल अशिक्षित, गरीब किसान ही नहीं करते बल्कि सभी वर्गों के व्यक्ति करते हैं। सभ्यता के इतिहास में नशीली दवाओं का प्रयोग बहुत पुराना है। मादक पदार्थ काम करने में बाधा डालते हैं तथा इससे कार्य करने की इच्छा शक्ति कम हो जाती है। नशा अनेक बुराईयों की जड़ है। नशे में व्यक्ति अपने आपको सर्वशक्ति सम्पन्न बादशाह समझता है। उत्पादकता, प्रति व्यक्ति कम आय और बेराजगारी आदि ऐसी बाधाएं हैं जो मनुष्य को उसके मार्ग से भटकाकर दुव्र्यसनों का शिकार बना देती हैं। अतः युवाओं को नशीले पदार्थों से मुक्ति दिलवाने के लिए जागरुकता जरूरी है। जागरुकता का मुख्य घटक शिक्षा है।
सनातन सिंह ओझा, बी0डी0एस0 गौतम. गाँव के युवा वर्ग में बढ़ती नशाखोरी : समस्या और समाधान. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 4, Issue 4, 2018, Pages 43-45