समाज सुधारकों का योगदान के संदर्भ में राजाराम मोहन राय, स्वामी दयानन्द सरस्वती, महात्मा गांधी, ईश्वरचन्द्र विद्यासागर, स्वामी विवेकानन्द आदि के योगदान पर चर्चा की गई है। ब्रिटिश राज के दौरान भारतीय समाज के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक ढ़ाँचे में बहुत सारे परिवर्तन हो रहे थे। इस दौरान चाहे, अन-चाहे इस तरफ भी तरक्की हुई। महिलाओं के बीच शिक्षा, रोजगार, सामाजिक और राजनीतिक अधिकार में जो असमानता थी उसे दूर करने के प्रयास हो रहे थे। औद्योगीकरण, नगरीकरण और शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक आंदोलनों ने महिलाओं की स्थिति में बहुत महत्वपूर्ण सुधार किये। औद्योगीकरण और नगरीकरण ने यातायात और संचार के माध्यमों को विकसित कर दिया था जिसके कारण हर तरफ नयी प्रवृत्ति, नये सामाजिक मापदंड खड़े हो रहे थे। शिक्षा को सबसे महत्वपूर्ण हथियार माना गया जिससे महिलाओं की स्थिति में ब्रिटिशकाल में सुधार हुआ।
डाॅ0 संजय कुमार मिश्रा. ब्रिटिशकालीन नारी : समाज सुधारको का योगदान. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 5, Issue 2, 2019, Pages 60-66