कामकाजी एवं गैर कामकाजी माताओं के बच्चों में स्वास्थ्य व पोषण के स्तर का तुलनात्मक अध्ययन
डाॅं. अर्चना गुप्ता, मुक्ता तिवारी
इस शोध पत्र के द्वारा कामकाजी एवं गैर कामकाजी माताओं के बच्चों में स्वास्थ्य व पोषण के स्तर का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। पोषण एक ऐसा कारक है जो प्रत्यक्ष रूप से छोटे बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास से सम्बन्धि होता है। बच्चांे मंे पोषक तत्व जैसे - प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन ‘ए’ मुख्य रूप से आवश्यक होते है। इन्ही प्रोषक तत्वों के स्तर का जबलपुर शहर की कामकाजी एवं गैर कामकजी माताओं के बच्चों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। इसके लिए जबलपुर शहर की कामकाजी एवं गैर कामकाजी माताओं के 50 बच्चांे का चयन कर उनके शारीरिक भार के अनुसार उन्हें कम भार, सामान्य भार व उच्च भार मंे वर्गीकृत किया गया है। इसके लिए आईसीएमआर के द्वारा निर्धारित मानकों की सहायता ली गई है। शोध क्षेत्र में कामकाजी माताओं के बच्चों में स्वास्थ्य व पोषण के स्तर में सार्थकता का औसत उपलब्धि 22.20 है तथा मानक विचलन 6.65 है। गैर कामकाजी माताओं के बच्चों में स्वास्थ्य व पोषण के स्तर में सार्थकता का औसत उपलब्धि 23.00 है तथा मानक विचलन 6.93 है। 48 क िपर सार्थकता के लिए श्जश् का मानक मान 0.01 विश्वास स्तर पर 2.69 तथा 0.05 विश्वास स्तर पर 2.01 है, जबकि अध्ययन से प्राप्त श्जश् का मान -0.42 है, जो कि दोनो विश्वास स्तरांे के मानों से कम है। अतः शोध क्षेत्र में कामकाजी एवं गैर कामकाजी माताओं के बच्चों में स्वास्थ्य व पोषण के स्तर में कोई सार्थक अन्तर नही है।
डाॅं. अर्चना गुप्ता, मुक्ता तिवारी. कामकाजी एवं गैर कामकाजी माताओं के बच्चों में स्वास्थ्य व पोषण के स्तर का तुलनात्मक अध्ययन. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 5, Issue 5, 2019, Pages 251-253