आज के मशीनी युग में महिलाओं के कार्य पैटर्न में आ रहे बदलाव के कारण पहले से चली आ रही श्रम विभाजन की प्रणाली में भी बदलाव आता जा रहा है। यह बदलाव ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को किस तरह प्रभावित करता है, कौन सी समस्या खड़ा करता है और बाजारवादी अर्थव्यवस्था में किस तरह महिलाओं को उद्यमी वनने से रोकता है आदि को विश्लेषित करते हुए यह लेख खास कर भारत के संदर्भ में बिहार की स्थिति का विवरण भी देता है और महिलाओं को बदलते रोजगार पैटर्न के अनुकुल ढालने के लिए सुझाव भी रखता है। इसी संदर्भ को प्रस्तुत करते हुए यह लेख बिहार की चर्चा भी करता है।
सोनी कुमारी, वीणा कुमारी. महिलाओं की बदलती रोजगार प्रणाली में श्रम विभाजन. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 6, Issue 3, 2020, Pages 61-63