भारतीय समाज और नारी शिक्षाः एक समाजशास्त्रीय अवलोकन
अर्चना कुमारी सिन्हा
पत्र ‘भारतीय समाज और नारी शिक्षा’ पर आधारित है। इस चराचर जगत में सभी सभ्यताओं के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का अध्ययन करने से पता चलता है कि नारी का समाज में उतना सम्मान नहीं था जितना की उन्हें मिलना चाहिए था। फिर भी हिन्दू समाज में नारियों का स्थान काफी महत्त्वपूर्ण था। जहाँ तक नारी शिक्षा का सवाल है इसकी दार्शनिकता समाज में देखने को मिलता है। इस अद्भुत घटना के रहस्य को हम भली प्रकार समझ सकते हैं। यदि हम इसे स्मरण रखें कि सुदीर्घ काल तक भारत में शिक्षा से तात्पर्य वैदिक शिक्षा से था तथा जो यज्ञों में सम्मिलित होते थे उन्हें बिना किसी लिंगभेद के वैदिक शिक्षा ग्रहण करनी पड़ती थी।
अर्चना कुमारी सिन्हा. भारतीय समाज और नारी शिक्षाः एक समाजशास्त्रीय अवलोकन. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 6, Issue 5, 2020, Pages 21-23