बांदा जिला के समन्वित ग्रामीण विकास में चक्रीय विपणन केन्द्रों का योगदानः एक भौगोलिक अध्ययने
दिनेश बाबू
सामाजिक आर्थिक एवं भौगोलिक विकास की वैसी प्रक्रिया जिसमें विकास के अलग-अलग क्षेत्र एवं प्रक्रियायें आपस में सम्बन्धित हो समन्वित ग्रामीण कहलाता है। समन्वित ग्रामीण विकास के अन्तर्गत क्षेत्रीय विकास का सम्बन्ध ग्रामीण विकास के साथ-साथ जुड़ा होता है। फलतः इसका लक्ष्य एवं स्वरूप बहुत व्यापक होता है। जिला स्तर पर लोगों की सक्रिय भागीदारी के फलस्वरूप स्थानीय संसाधनों की आवष्कताओं एवं प्राथमिकताओं के आधार पर सम्पूर्ण जिला के विकास की रणनीतियांॅ निर्धारित कर उन्हें क्रियान्वित करने की आवष्यकता होती है। प्रस्तुत षोध पत्र में पूर्व से चलने वाली योजनाओं की समीक्षा की जायेगी तथा संतुलित विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु एक योजना निर्माण भी की जायेगी।
दिनेश बाबू. बांदा जिला के समन्वित ग्रामीण विकास में चक्रीय विपणन केन्द्रों का योगदानः एक भौगोलिक अध्ययने. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 7, Issue 3, 2021, Pages 08-14