राजनीति में महिलाओं की भूमिका का समालोचनात्मक परीक्षण
कविता पाण्डेय
संसद में महिलाओं की नाममात्र संख्या या उचित प्रतिनिधित्व का अभाव आधी आबादी के अधिकारों के प्रति समाज और राज्य दोनों की उदासीनता प्रकट करता हैैैं। प्रारंभ से ही राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं की सीमित भूमिका को ही तरजीह दिया गया हैं जिससे महिलायें राजनीति या शक्ति के क्षेत्र से खुद को अलग थलग रखती हैं फिर भी सत्रहवीं लोकसभा में अब तक की सबसे अधिक महिलाओं का चयनित होना एक उम्मीद जरुर देता हैैंं। राजनीति में महिला सशक्तीकरण से तात्पर्य ऐसी राजनीतिक प्रक्रिया है जहाँ महिलाओं के लिए निर्णय-निर्माण भागीदारी हेतु नए एवं विविध आयाम खुलते हैं। इस शोध-पत्र के माध्यम से राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी का अध्ययन करने का प्रयास किया गया है।
कविता पाण्डेय. राजनीति में महिलाओं की भूमिका का समालोचनात्मक परीक्षण. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 7, Issue 6, 2021, Pages 1-3