आज के औधोगिकरण के युग में पूर्व की तुलना में महिलाओं की आर्थिक एवं सामाजिक, राजनैतिक स्थिति में अत्यधिक परिवर्तन हुआ है। विभिन्न संवैधानि अधिनियमों के क्रियानवयन एवं शिक्षा के प्रचार-प्रसार तथा लोकतांत्रिक मूल्यो के प्रभाव स्वरूप महिलाओ की स्थिति में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है। यदि व्यवहारिक रूप से देखा जाये तो कुछ अपबादो को छोड़ कर आज भी महिलाये आर्थिक क्षेत्र में भेदभाव का सिकार हो रही है महिलाओं की भागीदारी के विना किसी भी देश का आर्थिक विकास नहीं किया जा सकता। आर्थिक क्षेत्र में महिलाओं की समान भागीदारी के बावजूद न तो उन्हें पुरषो के समान अधिकार प्राप्त है, नाही सम्मान दिया जाता है। आज आवश्यकता इस बात कि है कि महिलाओं में स्वयं के ताकत की चेतना जाग्रत की जाये जिससे महिलाओं का कल्याण ही नहीं बलकि वे देश एवं सामाजिक विकास की प्रवर्तक भी बन सके। महिलाएं जब तक अपनी क्षमता व आत्मविश्वास को जाग्रत नहीं करेंगी तब तक वाह कारक उन्हे साशक्त नहीं बना सकती ।
कमला पटेल. औद्योगिक क्षेत्र में महिलाओं का बढ़ता योगदान. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 8, Issue 1, 2022, Pages 40-41