वित्तीय समावेशन की दिशा में सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की सफलता तभी सुनिश्चित की जा सकती है जब हम वित्तीय समावेशन के बारे में आम जन को जागरूक करें। साथ ही संबंधित सभी पक्षकारों को वित्तीय शिक्षा भी मुहैया कराएं। इसमें मीडिया को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। साथ ही वित्तीय शिक्षा देने वाले लक्ष्य समूह की पहचान कर इस दिशा में लघुकालीन और दीर्घकालीन रणनीति बनाने की जरूरत है। हमारी शुरूआत बच्चों से ही होनी चाहिए चूंकि आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं। और यदि उन्हें शुरू से वित्तीय शिक्षा मुहैया कराई जाए तो इसका मतलब होगा कि हम देश के भावी वित्तीय साक्षर नागरिक तैयार कर रहे हैं।