आधुनिक पाश्चात्य दर्शन में ज्ञान सम्बन्धी दो मत मिलते हैं, प्राग्नुभविक और आनुभविक। प्रस्तुत शोध-पत्र आनुभविक ज्ञान के स्वरुप और प्रमाणीकरण से सम्बंधित है। जिसका विषय है, प्रथम, ह्यूम का आनुभविक ज्ञान की संरचना और प्रमाणीकरण के सम्बन्ध में क्या विचार है? द्वितीय, क्या ह्यूम के द्वारा अनुभाविक ज्ञान के सन्दर्भ में जो कुछ कहा गया है उसका कोई प्रतिउत्तर दिया जा सकता है? ऐसा अध्ययन इस शोध-पत्र में किया गया है।
देवेश कुमार पाण्डेय. आनुभविक ज्ञान का प्रमाणीकरणः ह्यूम को प्रतिउत्तर. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 8, Issue 5, 2022, Pages 71-73