महिलाओं के उन्नयन एवं संपूर्ण विकास में शिक्षा की भूमिका
गुड्डू कुमार सिंह
शिक्षा वह प्रकाश पुंज है जो संपूर्ण समाज को अपने दिव्य प्रकाशपुंज से आलोकित करता है। शिक्षा के बिना जीवन अंधेरा है। समाज और राष्ट्र की पहचान शिक्षा से ही होती है। यों तो शिक्षा का तात्पर्य सीखने से है, किन्तु अब यह सीखने-सिखाने की संकुचित परिधि से निकलकर व्यापक रूप में व्यवहृत हो रही है। भारतीय मनीषियों ने शिक्षा को संस्कार माना है जो अंधविश्वास, कुरीतियों तथा पिछड़ेपन रूपी अंधकार को दूर भगा स्वच्छ और उन्नत समाज का निर्माण करता है। अगर हम देश की भागीदारी अर्थात महिला शिक्षा के संदर्भ में विमर्श करें तो पाते हैं कि महिलाओं को शिक्षित करना अनिवार्य होना चाहिए।
गुड्डू कुमार सिंह. महिलाओं के उन्नयन एवं संपूर्ण विकास में शिक्षा की भूमिका. International Journal of Humanities and Social Science Research, Volume 8, Issue 3, 2022, Pages 123-126